शनिवार, 21 नवंबर 2009

कैसे मिले संतान सुख ?

संतान सुख जीवन को स्वर्ग बना देता है और इसका दु:ख नर्क। ज्योतिष के आईने में इस सुख को हासिल करना संभव है। अपनी राशि के लग्न का आंकलन कर और जरूरी उपाय अपनाकर संतान सुख प्राप्त करें।


मेष
मेष राशि वालों को संतान प्राप्ति के लिए निम्न उपाय करने चाहिए। रविवार व्रत रखें। आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें। शुभ मुहूर्त में शुक्ल पक्ष में माणिक्य धारण करें। सत्रह रुपए की सब्जी चौदह बुधवार तक काली गाय को खिलाएं। भोलेनाथ को हर सोमवार पंचमेवा डालकर खीर मंदिर में दें। 16 सोमवार ऐसा करने के बाद संतान संबंधी खुशखबरी अवश्य मिलेगी।

वृष
वृष लग्न की कुंडली में संतान का कारक ग्रह बुध होता है। ऐसे संतान सुख चाहने वाले जातक संतान गोपाल यंत्र अपने पूजा स्थान में स्थापित करें। नित्य ú नमो भगवते वासुदेवाय का जाप तुलसीमाला से करें। चांदी की एक बांसुरी सोमवार को श्रीकृष्ण को चढ़ाएं। बुधवार के दिन हरे रंग की ग्यारह चूड़ियां एवं हरा वस्त्र किन्नरों को दान में दें। बहते हुए जल में तांबे के सात सिक्के प्रवाहित करें। शीघ्र ही शुभ योग बनेगा।

मिथुन
मिथुन लग्न के जातक संतान हेतु शुक्ल पक्ष के बुधवार को पन्ना, हीरा युक्त रत्न शक्ति लॉकेट पहनें। स्फटिक माला धारण करें। हर शुक्रवार आटे के पेड़े में पनीर भरकर काली गाय को दें। गोपाल सहस्रनाम व हरिवंशपुराण का पाठ करें।

कर्क
कर्क लग्न के जातक संतान प्राप्ति हेतु लाल सूती कपड़े में एक मुट्ठी सौंफ बांधकर मंगलवार को अपने शयनकक्ष में रखें। कार्यसिद्धि यंत्र घर के पूजाकक्ष में शुभ मुहूर्त में स्थापित करें। प्रतिदिन मनोभाव से दर्शन एवं प्रार्थना करें। कुत्ते की भी सेवा करें। दूध, रोटी अवश्य खिलाएं।

सिंह
सिंह लग्न की कुंडली में संतान का कारक गुरु ग्रह होता है। ऐसे जातक भगवान विष्णु की उपासना करें। गुरुवार को भूरी गाय को गुड़ व भीगी चने की दाल खिलाएं। पूर्णिमा को किसी ब्राrाण को जनेऊ दान करें। लड्डू गोपाल मंदिर में रखें। प्रतिदिन दूध का भोग लगाएं। ú नमो भगवते वासुदेवाय का जप करें।

कन्या
कन्या लग्न की कुंडली में संतान का कारक ग्रह शनि होता है। ऐसे जातक शनिवार को रोटी पर तेल लगाकर काले कुत्ते को खिलाएं। संतरे का रस शिवलिंग पर चढ़ाएं। घर में नवग्रह हवन कराएं। पांच वस्त्र दक्षिणा समेत दें। भूरे रंग का कुत्ता न पालें। प्रत्येक सोमवार को शिव से संतान सुख की कामना करें। इच्छा पूर्ण होगी।

तुला
संतान के अभिलाषी तुला राशि के जातक शुक्लपक्ष में शनिवार को या शनि पुष्य योग में नीलम धारण करें। 21 शनिवार शिवजी को सवा पाव गन्ने का रस चढ़ाएं। महीने में एक बार मिट्टी के कुल्हड़ में मशरूम किसी मंदिर में रखें।

वृश्चिक
वृश्चिक लग्न के जातक संतान हेतु शुक्र पक्ष के गुरुवार या गुरु पुष्य योग में तर्जनी में पुखराज पहनें। 21 सोमवार शिव के मंदिर में सवा पाव घी चढ़ाएं। इसके पश्चात भगवान को गुलाब का इत्र अर्पित करें। संतान गोपाल यंत्र शुक्ल पक्ष में सोमवार को घर में पीले रेशमी वस्त्र पर स्थापित करें। शिवालय जाकर शिवलिंग पर प्रत्येक सोमवार को ग्यारह लोटे जल चढ़ाएं।

धनु
धनु लग्न के जातक शुक्लपक्ष के प्रथम मंगलवार को स्वर्ण में मूंगा रत्न दाएं हाथ की अनामिका अंगुली में पहनें। 21 मंगलवार हनुमानजी को पान का बीड़ा चढ़ाएं। एक किलो मसूर की दाल हर मंगलवार बहते जल में बहाएं। लड्डू गोपाल की मूर्ति घर में रखें। शुक्ल पक्ष के सोमवार से ú गोपालाय नम: की पांच माला रोज जाप करें।

मकर
संतान सुख के लिए पन्ना, हीरा, नीलम सहित रत्नशक्ति लॉकेट शुक्ल पक्ष के शुभ योग में गले में धारण करें। शुक्र यंत्र अपने पूजा घर में रखें। हर सोमवार को शिव को सवा पाव दूध चढ़ाएं। शुक्रवार को नौ छतरी, नौ कंबल लाएं और शनिवार को गरीबों को बांट दें।

कुंभ लग्न
कुंभ लग्न वाले जातक संतान सुख के लिए शुक्ल पक्ष के बुधवार को चांदी में पन्ना दाहिने हाथ की अनामिका उंगली में पहनें। संतान गोपाल यंत्र पूजा घर में स्थापित करें। संतान गणपति स्तोत्र का पाठ करें। मोदक का भोग लगाएं व 21 दूर्वा चढ़ाएं। शुक्ल पक्ष के बुधवार के दिन हरे वस्त्र व हरे रंग की ग्यारह चूड़ियां, ग्यारह केले व ग्यारह रुपए किन्नरों को दान में दें। रोज दो रोटी तेल लगाकर गाय को दें।

मीन
मीन लग्न के जातक संतान सुख के लिए शुक्ल पक्ष के सोमवार को दाएं हाथ की छोटी उंगली में शुद्ध चांदी का मोती पहनें। संतान गोपाल मंत्र का जाप करें। मंत्र एक लाख बार जपने से सिद्ध होगा। संतान प्राप्ति की मनोकामना के लिए शुभ योग में वटवृक्ष के पत्ते पर हल्दी से लिखकर बहते जल में छोड़ दें। होली के दिन से प्रतिदिन हनुमानजी को पांच लाल पुष्प व एक अनार चढ़ाएं।

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