सोमवार, 21 मार्च 2011
वास्तु दोष दूर करेंगे नक्काशीदार बर्तन
भारतीय कला जहाँ एक ओर वैज्ञानिक और तकनीकी आधार रखती है, वहीं दूसरी ओर भाव एवं रस को सदैव जीवंत रखती है। आजकल घर के कामकाज में प्रयोग होने वाले बर्तनों पर अब वैज्ञानिक दृष्टिकोण से नक्काशी की जाने लगी है।
इन कुछ खास बर्तनों में पीतल के बर्तन घर का वास्तुदोष दूर करेंगे। इन बर्तनों की नक्काशी इसी दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर बनाई जाती है। इसके अलावा इनके आकार पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाता है। साथ ही यह भी बताया जाता है कि घर के किस हिस्से में रखने पर वास्तुदोष कम होगा।
पीतल के बर्तन वैसे भी शुभ माने जाते हैं। पीतल के बड़े आकार के इन बर्तनों पर भगवान के सूक्ष्म रूप की नक्काशी की गई है जो काफी शुभ मानी जाती है। यह सूक्ष्म नक्काशी वास्तुदोष को दूर कर घर को सुख-समृद्धि से भर देती है। इन्हें घर की दीवारों और दरवाजों पर रखा जाता है।
वैज्ञानिक दृष्टि से ये बर्तन इतने शुभ हैं कि लोग इनमें गेहूँ-चावल भरकर अपने घरों में रखते हैं। इससे घर में धन-धान्य की बरकत बनी रहती है। अधिकतर लोग इन बर्तनों को कला की दृष्टि से भी खरीदते हैं। वर्तमान में बाजार में वास्तुनुरूप उपलब्ध इन बर्तनों पर कारीगरी का अद्भुत नमूना देखते ही बनता है।
सौजन्य से - वेबदुनिया।
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वास्तु
फैक्ट्री में वास्तुदोष निवारण
कई बार जब आप कोई नया उद्योग, धंधा स्थापित करते हैं लेकिन अथक परिश्रम करने के बाद भी उसमें आपको मनचाहा मुनाफा नहीं मिल पाता है। ऐसा वास्तुदोष के कारण होता है। हम आपको बताते हैं फैक्ट्री में वास्तुदोष से निजात पाने के कुछ आसान उपाय -
फैक्ट्री में तैयार माल हमेशा वायव्य कोण में रखें। ऐसा करने से आपका माल शीघ्र बिक जाएगा।
तैयार माल को ले जाने के लिए गाड़ियों की पार्किंग पूर्व या उत्तर दिशा में करना श्रेष्ठ है।
फैक्ट्री या उद्योग भवन के प्रवेश द्वार के आगे बिजली या टेलीफोन का खंभा होना अशुभ होता है।
फैक्ट्री में भारी मशीनें हमेशा नैऋत्य कोण में रखी जानी चाहिए।
फैक्ट्री मालिक का हमेशा बीमार व परेशान रहना भी उसके व्यवसाय को प्रभावित करता है।
सौजन्य से - डायमंड कॉमिक्स प्रकाशन लि।
फैक्ट्री में तैयार माल हमेशा वायव्य कोण में रखें। ऐसा करने से आपका माल शीघ्र बिक जाएगा।
तैयार माल को ले जाने के लिए गाड़ियों की पार्किंग पूर्व या उत्तर दिशा में करना श्रेष्ठ है।
फैक्ट्री या उद्योग भवन के प्रवेश द्वार के आगे बिजली या टेलीफोन का खंभा होना अशुभ होता है।
फैक्ट्री में भारी मशीनें हमेशा नैऋत्य कोण में रखी जानी चाहिए।
फैक्ट्री मालिक का हमेशा बीमार व परेशान रहना भी उसके व्यवसाय को प्रभावित करता है।
सौजन्य से - डायमंड कॉमिक्स प्रकाशन लि।
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वास्तु
वास्तु टिप्स
कई बार हम बहुत सी छोटी-मोटी गलतियाँ कर बैठते हैं तथा इस वजह से गलत दिशा में सामान रखने के कारण हमारे घर-परिवार में सुख-शांति छिन जाती है। वास्तु में दिशाओं का बड़ा महत्व है इसलिए घर में कोई भी सामान रखने से पहले यह जान लेना आवश्यक है कि उस सामान को किस दिशा में रखा जाना चाहिए।
वास्तु टिप्स :
शयनकक्ष में झाडू न रखें। तेल का कनस्तर, अँगीठी आदि न रखें। व्यर्थ की चिंता बनी रहेगी। यदि कष्ट हो रहा है तो तकिए के नीचे लाल चंदन रख कर सोएँ।
यदि दुकान में चोरी होती है तो दुकान की चौखट के पास पूजा करके मंगल यंत्र स्थापित करें।
दुकान में मन नहीं लगता तो श्वेत गणपति की मूर्ति विधिवत पूजा करके मुख्य द्वार के आगे और पीछे स्थापित करना चाहिए।
यदि दुकान का मुख्य द्वार अशुभ है या दक्षिण पश्चिम या दक्षिण दिशा में है तो ‘यमकीलक यंत्र' का पूजन करके स्थापना करें।
यदि सरकारी कर्मचारी द्वारा परेशान हैं तो सूर्य यंत्र की विधिवत पूजा करके दुकान में स्थापना करें।
वास्तु टिप्स :
शयनकक्ष में झाडू न रखें। तेल का कनस्तर, अँगीठी आदि न रखें। व्यर्थ की चिंता बनी रहेगी। यदि कष्ट हो रहा है तो तकिए के नीचे लाल चंदन रख कर सोएँ।
यदि दुकान में चोरी होती है तो दुकान की चौखट के पास पूजा करके मंगल यंत्र स्थापित करें।
दुकान में मन नहीं लगता तो श्वेत गणपति की मूर्ति विधिवत पूजा करके मुख्य द्वार के आगे और पीछे स्थापित करना चाहिए।
यदि दुकान का मुख्य द्वार अशुभ है या दक्षिण पश्चिम या दक्षिण दिशा में है तो ‘यमकीलक यंत्र' का पूजन करके स्थापना करें।
यदि सरकारी कर्मचारी द्वारा परेशान हैं तो सूर्य यंत्र की विधिवत पूजा करके दुकान में स्थापना करें।
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रविवार, 20 मार्च 2011
घर को बुरी नजर से बचाने के लिए क्या करें?
क्या आप नए घर या फ्लेट में प्रवेश करने जा रहे है? और आप ये चाहते हैं कि नए घर में आपका परिवार खुशी व आनंद से रहे। ऐसा सिर्फ तभी संभव है जब आपका घर हर तरह की नकारात्मक ऊर्जाओं और बुरी नजर से सुरक्षित रहे । अपने घर को आप यदि बुरी नजर से बचाना चाहते हैं तो नीचे लिखे उपाय करें-
- नए घर को बुरी नजर से बचाने के लिए शुक्रवार को अशोक वृक्ष के पत्तों को धागे या पतली सूत से बांध कर बंदरवाल बना लें। इन पत्तों पर लाल चन्दन या सिन्दूर से गं नामक गणेश जी का बीज मंत्र लिख दें।
- मंत्र लिखने के बाद इस बंदरवाल को घर के मुख्य द्वार पर इस प्रकार बांध दें कि हर व्यक्ति इसके नीचे से घर में प्रवेश करे। ऐसा करने से बुरे विचार या नकारात्मक ऊर्जा का नाश हो जायेगा व भवन पर शुभ प्रभाव पड़ेगा।
- अपने भवन के दक्षिण हिस्से में सबसे ऊपर केसरिया रंग के कपड़े की झंडी लगाना चाहिए। इसे मंगलवार के दिन लगाना चाहिए। ऐसा करने से घर आकस्मिक, विपदा, कलह इत्यादि से बचा रहता है।
- अपने भवन को बुरी नजर, बुरे प्रभाव, नकारात्मक उर्जा से बचाने हेतु भवन के मुख्य द्वार के दोनों पिलरों(खंबों) पर स्वास्तिक का चिन्ह, बेल-बुटे, नाचते मोर, गाय- बछड़े आदि शुभचिह्न जरुर बनाएं।
इन उपायों को अपनाने से आपका नया घर हमेशा बुरी नजर से बचा रहेगा।
- नए घर को बुरी नजर से बचाने के लिए शुक्रवार को अशोक वृक्ष के पत्तों को धागे या पतली सूत से बांध कर बंदरवाल बना लें। इन पत्तों पर लाल चन्दन या सिन्दूर से गं नामक गणेश जी का बीज मंत्र लिख दें।
- मंत्र लिखने के बाद इस बंदरवाल को घर के मुख्य द्वार पर इस प्रकार बांध दें कि हर व्यक्ति इसके नीचे से घर में प्रवेश करे। ऐसा करने से बुरे विचार या नकारात्मक ऊर्जा का नाश हो जायेगा व भवन पर शुभ प्रभाव पड़ेगा।
- अपने भवन के दक्षिण हिस्से में सबसे ऊपर केसरिया रंग के कपड़े की झंडी लगाना चाहिए। इसे मंगलवार के दिन लगाना चाहिए। ऐसा करने से घर आकस्मिक, विपदा, कलह इत्यादि से बचा रहता है।
- अपने भवन को बुरी नजर, बुरे प्रभाव, नकारात्मक उर्जा से बचाने हेतु भवन के मुख्य द्वार के दोनों पिलरों(खंबों) पर स्वास्तिक का चिन्ह, बेल-बुटे, नाचते मोर, गाय- बछड़े आदि शुभचिह्न जरुर बनाएं।
इन उपायों को अपनाने से आपका नया घर हमेशा बुरी नजर से बचा रहेगा।
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ज्योतिष