वास्तु में दिशा, प्लाट के आकार, प्रकार आदि से जुड़ी कुछ मूलभूत बाते हैं, जो प्लाट खरीदते वक्त आपके लिए उपयोगी हो सकती है। वास्तु के सिद्धांतों को ध्यान में रखकर यदि किसी जमीन का क्रय किया जाए तो वह आपके निवास या व्यवसाय के लिए उपयोगी व लाभदायक सिद्ध होगी।
आइये जानें वास्तु के ऐसे ही कुछ सिद्धांतों के बारे में -
* हमेशा बड़ा व चौड़ा प्लाट खरीदें क्योंकि सँकरा व लंबा प्लाट आपके लिए भविष्य में परेशानी का कारण बन सकता है।
* तिकोना प्लाट भवन निर्माण के लिए अनुपयुक्त माना जाता है।
* प्लाट की लंबाई उत्तर- दक्षिण दिशा की बजाय पूर्व-पश्चिम दिशा में अधिक होना शुभ माना जाता है।
* प्लाट या बिल्डिंग में भारी सामान दक्षिण-पश्चिम दिशा के कोने में रखा जाना चाहिए।
* बड़ा प्लाट समद्धि का सूचक होता है बशर्ते उसमें सीवरेज या क्रेक नहीं होना चाहिए।
* बिल्डिंग या फैक्ट्री का निर्माण करते समय दक्षिण या उत्तर दिशा की ओर अधिक खाली स्थान छोड़ना अच्छा नहीं माना जाता है।
* प्लाट का आकार आयताकार या चौकोर होना वास्तु में अच्छा माना जाता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें