शनिवार, 21 नवंबर 2009

बदल सकती है किस्मत - मदन मोहन परिहार

मानव अपने-अपने भाग्य व कर्म से ही जीवन यापन करता है। मनुष्य को पूर्व जन्म का फल तो मिलता ही है, लेकिन कभी-कभी वर्तमान कर्मो का फल भी उसे भोगना पड़ता है।
हजारों वर्षो से मनुष्य दु:ख-सुख का अनुभव करता रहा है। उसने विषम परिस्थितियों को अपने अनुकूल बनाने के लिए कई उपाय किए हैं। लोक जीवन में प्रचलित ऐसे ही उपायों की यहां चर्चा की जा रही है। इन उपायों को अपनाकर जीवन में आने वाले संकटों से बचा जा सकता है। ऐसे में यदि मृत्यु साक्षात सामने खड़ी होगी तो भी आपके इस जन्म के संचित कर्मो से मृत्यु योग टल जाएगा। ये साधन जन्म की तारीख के अनुसार अपनाए जा सकते हैं।
जिनकी जन्म तारीख 1, 10, 19, 28 है अर्थात मूलांक एक है तो उन्हें निम्न साधन का उपयोग करना चाहिए - ज्वार, बाजरी, लाल गेहूं तथा साबुत काला उड़द एक-एक किलोग्राम लेकर सबको साथ मिला दें। प्रतिदिन सुबह सात मुट्ठी दाना लेकर तीन माह तक खुद चिड़ी-कबूतर को चुगाएं। जिनकी जन्म तारीख 2, 11, 20, 29 है अर्थात मूलांक दो है तो वे ज्वार, बाजरी, चावल की कणी तथा साबुत काला उड़द एक-एक किलोग्राम लेकर, सबको मिलाकर प्रतिदिन प्रात: सात मुट्ठी पक्षियों को खिलाएं। 3, 12, 21, 30 को जन्मे तीन मूलांक वाले ज्वार, बाजरी, चने की दाल तथा साबुत काला उड़द एक-एक किलोग्राम मिलाकर सात मुट्ठी लेकर चिड़िया व कबूतर को प्रतिदिन दाना डालें।
४, 1३, 2२, 3१ को जन्मे चार मूलांक वाले ज्वार, बाजरी, काला तिल तथा साबुत काला उड़द एक-एक किलोग्राम लेकर सबको साथ मिला दें। प्रतिदिन प्रात: सात मुट्ठी दाना पक्षियों को खिलाएं। इसी प्रकार ५, 1४, 2३ को जन्मे अर्थात पांच मूलांक वाले ज्वार, बाजरी, मूंग तथा साबुत काला उड़द चिड़ी-कबूतरों को डालें। ६, 1५, 2४ को जन्मे छह मूलांक वाले ज्वार, बाजरी, सफेद तिल तथा काला उड़द खिलाएं। ७, 1६, 2५ को जन्मे सात मूलांक वाले प्रतिदिन सात मुट्ठी ज्वार, बाजरी, मोठ तथा साबुत काला उड़द पक्षियों को खिलाएं। ८, 1७, 2६ को जन्मे आठ मूलांक वाले ज्वार, बाजरी, राई तथा साबुत काला उड़द चिड़ी-कबूतरों को डालें। ९, 1८, 2७ को जन्मे नौ मूलांक वाले ज्वार, बाजरी, मसूर दाल तथा साबुत काला उड़द खिलाएं।
जिन व्यक्तियों को अपनी जन्मतिथि याद नहीं है, वे नीचे लिखा प्रयोग करें। उन्हें धन की प्राप्ति होने के साथ-साथ तन-मन के सभी प्रकार के कष्ट व तनाव भी शीघ्र दूर हो जाएंगे। ज्वार, बाजरा, मूंग, चावल-कणी, मसूर की दाल, साबुत काला उड़द, चने की दाल, लाल गेहूं व मोठ एक-एक किलोग्राम लेकर, सबको मिलाकर प्रतिदिन प्रात: सात मुट्ठी चिड़ी-कबूतरों को तीन माह तक खिलाएं।
यह करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होगी, आपसी विवाद सुलझेंगे, नौकरी मिलेगी तथा रुके हुए सभी प्रकार के सरकारी व पारिवारिक कार्य पूर्ण होंगे। असाध्य रोगों का निवारण होगा। व्यापार में वृद्धि होगी। इच्छुकों के सगाई-शादी के योग बनेंगे तथा संतान प्राप्ति होगी। सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति के लिए घास (रिजके) की दो पूली प्रतिदिन गाय-बैल को अपने हाथों से दें तथा थोड़े गुड़ के साथ दो रोटी गौरी गाय को प्रतिदिन खिलाएं तो धन में वृद्धि होगी, नौकरी में उन्नति होगी, नए काम मिलेंगे व शेयर व अन्य कारोबार में लाभ होगा।
धन की प्राप्ति के साथ तन-मन के कष्ट व तनाव शीघ्र दूर करने के लिए ज्वार, बाजरा, लाल गेहूं तथा साबुत काला उड़द एक-एक किलोग्राम लेकर सबको साथ मिला दें। प्रतिदिन प्रात: सात मुट्ठी अनाज लेकर सात बार सिर पर घुमाकर घर से बाहर तीन माह तक पक्षियों को डालें।
सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति के लिए घास (रिजके) की दो पूली प्रतिदिन गाय-बैल को अपने हाथों से दें तथा थोड़े गुड़ के साथ दो रोटी गौरी गाय को प्रतिदिन खिलाएं तो धन में वृद्धि होगी, नौकरी में उन्नति होगी, नए काम मिलेंगे व शेयर व अन्य कारोबार में लाभ होगा।
यदि कामकाज में मन नहीं लगता, व्यापार में क्षति हो रही है, धन की कमी हो रही है तो इसका अर्थ है कि ग्रह स्थितियां आपके अनुकूल नहीं हैं। समस्त वाह्य हालात ठीक दिखने के बावजूद ग्रह स्थितियां विपरीत होने पर मन की दशा ऐसी हो जाती है, जिसे दूर करने का उपाय भी सरल है।
इस तरह बदलें भाग्य
प्रतिदिन प्रात:काल पक्षियों को दाना डालने से लक्ष्मी की प्राप्ति होगी, आपसी विवाद सुलझेंगे, नौकरी मिलेगी तथा रुके हुए सभी प्रकार के सरकारी एवं पारिवारिक कार्य पूर्ण होंगे। असाध्य रोगों का निवारण होगा। नौकरी व व्यापार में लाभ होगा।

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